भारत के इतिहास में मराठा साम्राज्य एक ऐसा गौरवशाली अध्याय है, जिसने ना केवल भारतीय उपमहाद्वीप की राजनीति को बदल दिया, बल्कि एक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर शासन की परिकल्पना को साकार किया। इस लेख में हम जानेंगे कि मराठा साम्राज्य की स्थापना किसने की, कब की गई, और इसके पीछे की प्रेरणादायक कहानी क्या है। आइए इस ऐतिहासिक यात्रा पर चलते हैं।

Table of Contents
Toggle🕰️ 1. मराठा साम्राज्य का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
17वीं शताब्दी का भारत राजनीतिक उथल-पुथल से जूझ रहा था। मुगल साम्राज्य अपनी चरम सीमा पर था, लेकिन इसके अंदरूनी विघटन के संकेत मिलने लगे थे। इसी समय दक्षिण भारत में एक ऐसे वीर योद्धा का जन्म हुआ, जिसने इतिहास की दिशा बदल दी। यह वीर थे छत्रपति शिवाजी महाराज।
📜 2. शिवाजी महाराज का प्रारंभिक जीवन
शिवाजी का जन्म 19 फरवरी 1630 को पुणे के पास शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। उनके पिता शाहजी भोंसले बीजापुर सल्तनत के अधीन एक सेनापति थे, जबकि माता जीजाबाई एक धार्मिक और प्रबुद्ध महिला थीं। जीजाबाई ने ही शिवाजी में धार्मिक संस्कारों और स्वराज्य की भावना का बीजारोपण किया।
बचपन से ही शिवाजी को रामायण, महाभारत और वीरता की कहानियाँ सुनाई जाती थीं, जिससे उनमें न्यायप्रियता और स्वतंत्रता की भावना उत्पन्न हुई।
🗡️ 3. स्वराज्य शपथ और प्रारंभिक संघर्ष
1645 में, मात्र 15 वर्ष की आयु में शिवाजी ने स्वराज्य की शपथ ली। उन्होंने तोरणा किले पर अधिकार कर मराठा सत्ता की नींव रखी। इसके बाद राजगढ़, कोंढाणा (सिंहगढ़), और पुरंदर जैसे महत्वपूर्ण किलों पर भी विजय प्राप्त की।
शिवाजी की रणनीति, गुरिल्ला युद्ध कौशल (गणिमी कावा) और जनता से जुड़ाव ने उन्हें जननायक बना दिया।
⚡ 4. अफज़ल खान वध और बढ़ती प्रतिष्ठा
बीजापुर के सुल्तान ने शिवाजी की बढ़ती शक्ति को रोकने के लिए अपने सेनापति अफज़ल खान को भेजा। 1659 में, प्रतापगढ़ के जंगलों में हुई ऐतिहासिक भेंट में शिवाजी ने धोखे का सामना करते हुए अफज़ल खान का वध किया। यह घटना उनकी चतुराई और साहस का प्रतीक बन गई।
इस विजय ने शिवाजी को पश्चिमी भारत में एक प्रमुख शक्ति बना दिया।
👑 5. शिवाजी और औरंगज़ेब के बीच संघर्ष
शिवाजी और मुगल सम्राट औरंगज़ेब के बीच संघर्ष भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। मुगलों ने शिवाजी को परास्त करने के लिए कई अभियान चलाए, लेकिन शिवाजी की चपलता, रणनीति और जनसमर्थन ने उन्हें बार-बार सफलता दिलाई।
1666 में शिवाजी आगरा दरबार में औरंगज़ेब से भेंट के लिए गए, जहाँ उन्हें बंदी बना लिया गया। परंतु उन्होंने वहां से चतुराई से भागकर एक बार फिर स्वतंत्रता की लौ को जलाए रखा।
🎉 6. राज्याभिषेक और मराठा साम्राज्य की स्थापना
1674 में रायगढ़ किले में शिवाजी का राज्याभिषेक हुआ और उन्हें “छत्रपति” की उपाधि मिली। यही वह क्षण था जब मराठा साम्राज्य की औपचारिक स्थापना हुई।
उनका राज्य एक सुशासित, संगठित और जनता-केन्द्रित प्रशासन का उदाहरण बन गया। उन्होंने हिंदवी स्वराज्य का आदर्श प्रस्तुत किया।
🛡️ 7. मराठा प्रशासन और सैन्य नीति
शिवाजी ने एक मजबूत प्रशासनिक ढाँचा तैयार किया।
उन्होंने अष्टप्रधान मंडल की स्थापना की।
भूमि कर प्रणाली को सुधारकर किसानों को राहत दी।
नौसेना का गठन कर समुद्री शक्ति को भी सशक्त किया।
उनकी सैन्य नीति में गति, गुप्तचर व्यवस्था, और किलेबंदी की विशेष भूमिका रही।
🔥 8. शिवाजी महाराज की मृत्यु और मराठा साम्राज्य की विरासत
शिवाजी महाराज का निधन 1680 में हुआ, लेकिन उनके द्वारा स्थापित मराठा साम्राज्य ने औरंगज़ेब की नींव तक हिला दी। उनके उत्तराधिकारियों जैसे संभाजी, राजाराम, ताराबाई, और आगे चलकर पेशवाओं ने इस साम्राज्य को उत्तरी भारत तक फैला दिया।
🌟 9. शिवाजी से सीख – आज के लिए प्रेरणा
शिवाजी महाराज केवल एक योद्धा नहीं थे, वे एक दूरदर्शी शासक, एक लोकनायक और एक आदर्श प्रशासक थे। उनकी नीतियाँ आज भी प्रबंधन, नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण में प्रेरणा देती हैं।
📜 10. निष्कर्ष: मराठा साम्राज्य की स्थापना – गर्व का अध्याय
छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा 1674 में मराठा साम्राज्य की स्थापना भारतीय इतिहास की सबसे प्रेरणादायक कहानियों में से एक है। यह हमें बताती है कि आत्मबल, रणनीति और जनसमर्थन से कैसे एक साधारण व्यक्ति इतिहास रच सकता है।
शिवाजी का नाम आज भी भारतवर्ष में सम्मान, शौर्य और स्वाभिमान का प्रतीक है।
❓ FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
🔹 प्रश्न 1: मराठा साम्राज्य की स्थापना कब और किसने की थी?
उत्तर: मराठा साम्राज्य की स्थापना छत्रपति शिवाजी महाराज ने 1674 में रायगढ़ किले पर अपने राज्याभिषेक के साथ की थी।
🔹 प्रश्न 2: शिवाजी महाराज की सबसे प्रमुख उपलब्धि क्या थी?
उत्तर: उनकी सबसे प्रमुख उपलब्धि अफज़ल खान वध, सफल प्रशासनिक ढाँचा और हिंदवी स्वराज्य की स्थापना थी।
🔹 प्रश्न 3: शिवाजी की युद्ध रणनीति क्या थी?
उत्तर: शिवाजी गुरिल्ला युद्ध नीति (गणिमी कावा), तेज़ आक्रमण और किलों की सुरक्षा रणनीति में माहिर थे।
🔹 प्रश्न 4: शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक कहाँ हुआ था?
उत्तर: शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक 1674 में रायगढ़ किले में हुआ था।
🔹 प्रश्न 5: शिवाजी महाराज की प्रेरणा किससे मिली?
उत्तर: उन्हें उनकी माता जीजाबाई, धार्मिक ग्रंथों, और लोक कथाओं से प्रेरणा मिली थी।
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